Author: Dinit Denta

Chhatra Sangharsh

भगत सिंह: देशप्रेमी या राष्द्रवादी

देशप्रेम ‘वसुधैव कुटुंबकम’ के खिलाफ नहीं है, यानि पूरी दुनिया के प्रति प्रेम की पहली सीढ़ी है। जबकि राष्ट्रवाद अपने देश पर अंधाधुंध गर्व करने और दूसरे देशों से नफरत करने पर टिका है। देशप्रेमी देश के लोगों के लिए कुछ करने की सोचता है, जबकि राष्ट्रवादी दूसरे देश को गालियाँ देते हैं और युद्ध में मनोरंजन पाते हैं।

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